“जो भी काली घाट की रात में सीढ़ियाँ गिनने जाता है,
वो कभी वापस नहीं आता…
क्योंकि आख़िरी सीढ़ी पर कोई उसका इंतज़ार कर रहा होता है…” | Chudail Horror Story
अवनीश, एक लोककथाओं पर रिसर्च करने वाला यूट्यूबर था।
उसने सुना था कि उत्तर प्रदेश के काली घाट पर एक चुड़ैल की आत्मा भटकती है।
लोग कहते थे, रात 12:00 बजे घाट की सीढ़ियाँ गिनने से वो चुड़ैल सामने आ जाती है।
🧠 रहस्य की पहली परत: | Chudail Horror Story
अवनीश ने फैसला किया कि वह इस रहस्य का सच निकालेगा और वीडियो बनाएगा।
रात को 11:57 बजे वो कैमरा ऑन कर घाट की सीढ़ियाँ गिनने लगा —
“एक… दो… तीन… चौंतीस… पैंतालीस… छप्पन…”
लेकिन अजीब बात ये थी कि सीढ़ियाँ कभी खत्म ही नहीं हो रही थीं।
गिनते-गिनते 100 पार हो गया, लेकिन घाट खत्म नहीं हुआ।
फिर अचानक… एक कांपती हुई औरत की आवाज़ आई –
“गिनती बंद मत करना, वरना मैं वहीं से शुरू करूंगी जहाँ तुम रुके थे…”

🧛♀️ काली घाट की चुड़ैल का सच:
50 साल पहले, एक औरत – जमुना – को गाँववालों ने डायन कहकर घाट की आखिरी सीढ़ी पर ज़िंदा जला दिया था।
उसके आखिरी शब्द थे –
“जिसने मुझे गिना… मैं उसे गिन-गिन के खत्म कर दूँगी!”
तब से जो भी घाट की सीढ़ियाँ गिनता है, वो चुड़ैल उसे पिंजरे की तरह अपनी गिनती में फंसा लेती है।
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😱 क्लाइमेक्स: | Chudail Horror Story
अवनीश की वीडियो में आखिर में बस उसका हाथ दिखाई देता है, जो हवा में कुछ गिनने की कोशिश कर रहा होता है।
उसकी आखिरी रिकॉर्डिंग थी –
“मैं अब भी गिन रहा हूँ… 243…244…245…”
और तब से घाट की सीढ़ियाँ गिनने वाले की गिनती वहीं से शुरू होती है, जहाँ पिछला रुका था।
🩸 अंतिम लाइन:
“कभी गिनना शुरू करोगे, तो रुकना मत…
क्योंकि तुम नहीं जानते अगली गिनती तुम्हारी आखिरी हो सकती है।”